नमस्कार दोस्तों! 🙏<br /><br />यह गीत “छठ मईया के अर्घ्य” बिहार, पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश की उस आस्था को समर्पित है जो सूर्यदेव और छठी माई के प्रति भक्ति से भरी है।<br />हिंदू मान्यताओं के मुताबिक छठ छठी मैया और सूर्यदेव को समर्पित व्रत है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और कठोर नियमों का पालन करते हुए संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।<br />इस गीत में लोकधुन, मातृशक्ति, तपस्या और श्रद्धा का सुंदर संगम है।<br />हर शब्द में नारी के त्याग और सूर्य उपासना का भाव झलकता है।<br />जय छठी मईया! उग हो भानु देव!<br /><br />छठ की शुभकामनाएं :<br />* सूर्य देव की कृपा से मिले शक्ति और स्वास्थ्य, छठ मइया का आशीर्वाद बनाएं जीवन सुखमय, सदा बनी रहे खुशियों की बहार, आपको छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!<br />* छठी मैया का निर्जला व्रत, यह तपस्या खास है। जल में खड़े होकर, हर दुख को भुला रही हूं, आज हर सांस में बस, मैया की ही आस है।<br />* छठी मैया करे आपकी हर मनोकामना पूरी. छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।<br />* छठी मैया हर सुहागन का सुहाग बनाए रखें। आपके घर परिवार में खूब खुशहाली आए। भविष्य उज्ज्वल होकर सदैव जगमगाए।<br />* छठ मईया का आया त्यौहार, भक्ति में डूबा हर परिवार। कठिन व्रत से माँ को मनाएँ, सुख-समृद्धि हर घर आये।<br />* हमेशा बना रहे आपका जीवन खुशहाल, परिवार के सभी सदस्यों पर बना रहे सूर्य देव, और छठी मइया का आशीर्वाद।। छठ पूजा की हार्दिक शुभकानाएं।
